भारत ने ओडिशा के तट पर देश में निर्मित सतह से सतह पर मार करने वाली परमाणु-सक्षम मिसाइल पृथ्वी -2 का सफल परीक्षण किया। भारतीय सेना की स्ट्रेटेजिक फ़ोर्स कमान ने चांदीपुर में स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज के लॉन्च कॉम्प्लेक्स-3 से मोबाइल लॉन्चर से 350 किमी मारक क्षमता वाली मिसाइल का प्रोयोगिक परीक्षण किया।
लगभग 4,600 किलोग्राम वजनी मिसाइल 500 से 1000 किलोग्राम वॉरहेड ले जाने में सक्षम है और ड्यूल इंजन तकनीक इसे बेहतर बनाती है। पृथ्वी-II 9 मीटर लंबी, सिंगल-स्टेज तरल-ईंधन वाली पहली मिसाइल है जिसे DRDO द्वारा इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत विकसित किया गया है। इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड द्वारा संयुक्त रूप विकसित किया गया है, इस मिसाइल का पहली बार 27 अगस्त 1996 को परीक्षण किया गया था।
उपरोक्त समाचार से RRB NTPC/SSC CGL परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- DRDO के अध्यक्ष: जी सतीश रेड्डी, स्थापना: 1958, मुख्यालय: नई दिल्ली
स्रोत: द न्यूज ओन AIR