रूस की सबसे बड़ी तेल कंपनी रोज़नेफ्ट के नेतृत्व में रूसी कंपनियों का समूह एस्सार आयल में 98% हिस्सेदारी 86100 करोड़ रु नकद में खरीदेगा. इसमें रोज़नेफ्ट और आयल ट्रेडिंग कंपनी ट्रेफीगुरा व यूनाइटेड कैपिटल पार्टनर्स, प्रत्येक की 49% हिस्सेदारी खरीदेंगी. 2017 में पूरे होने वाले इस सौदे को भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में अभी तक का सबसे बड़ा सौदा माना जा रहा है.
मुनाफे में चलने वाली कंपनी एस्सार ऑयल को बेचने को लेकर रुइया परिवार की दूसरी पीढ़ी के प्रशांत रुइया ने कहा कि यह किसी भारतीय कंपनी की तरफ से ‘सबसे अधिक कर्ज घटाने’ का मामला है. रुइया ने कहा कि उनका ग्रुप अब स्टील, पोर्ट्स और ब्रिटेन में ऑयल रिफाइनिंग बिजनस को बढ़ाने पर ध्यान देगा. उन्होंने दावा किया कि अब ग्रुप पर कर्ज 90,000 करोड़ से घटकर 45,000 करोड़ के करीब रह जाएगा.
2015 में क्रेडिट सुइस ने एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसे ‘हाउस ऑफ डेट (कर्ज)’ नाम दिया गया था. इसमें एस्सार ग्रुप जैसे कर्ज से दबे ग्रुप्स का जिक्र था. फाइनेंशियल इयर 2015 तक एस्सार ग्रुप पर 1 लाख करोड़ से अधिक का कर्ज था. रिपोर्ट में संकेत दिया गया था कि ग्रुप को जितनी कमाई हो रही है, वह ब्याज चुकाने के लिए काफी नहीं है.
अब इस ख़बर से संबंधित कुछ प्रश्नों की बात करते हैं :
Q1. भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में अभी तक का सबसे बड़ा सौदा किस देश के साथ हुआ है ?
Q2. किस रूसी कंपनी के नेतृत्व में एस्सार आयल को खरीदने का सौदा हुआ है ?
Q2. किस रूसी कंपनी के नेतृत्व में एस्सार आयल को खरीदने का सौदा हुआ है ?
उत्तर
1. रूस
2. रूस की सबसे बड़ी तेल कंपनी रोज़नेफ्ट के नेतृत्व में
स्रोत – दि फाइनेंसियल एक्सप्रेस