केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने 27 जुलाई 2022 को अपना 84वां स्थापना दिवस मनाया। यह दिन राष्ट्र की एकता, अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने में बल के अपार और अद्वितीय योगदान का जश्न मनाता है। सीआरपीएफ भारत का सबसे बड़ा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है, जो गृह मंत्रालय (एमएचए) के अधिकार के तहत काम करता है।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
सीआरपीएफ का इतिहास:
- केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) भारत के केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सबसे बड़ा है। यह भारत सरकार के गृह मंत्रालय के तहत काम करता है।
- सीआरपीएफ की प्राथमिक भूमिका पुलिस कार्रवाई में राज्य / संघ शासित प्रदेशों की सहायता, कानून-व्यवस्था और आतंकवाद विरोध में निहित है।
- यह क्राउन प्रतिनिधि पुलिस के रूप में 27 जुलाई 1939 को अस्तित्व में आया। भारतीय स्वतंत्रता के बाद यह 28 दिसंबर 1949 को सीआरपीएफ अधिनियम के लागू होने पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल बन गया।
- 230 बटालियनों और विभिन्न अन्य प्रतिष्ठानों के साथ, सीआरपीएफ भारत का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल माना जाता है।
- सीआरपीएफ प्रमुख केंद्रीय पुलिस बल है जिसके पास देश की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी है।
- भारत में अर्धसैनिक बलों के इतिहास में पहली बार, महिलाओं की एक टुकड़ी सहित सीआरपीएफ की 13 कंपनियों को आतंकवादी कैडरों से लड़ने के लिए श्रीलंका में भारतीय शांति सेना में शामिल होने के लिए एयरलिफ्ट किया गया था।
- केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल भारत का एकमात्र अर्धसैनिक बल है जिसमें तीन महिला बटालियन हैं।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य: