तीसरी भारतीय विश्लेषणात्मक कांग्रेस, वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (CSIR-IIP) और इंडियन सोसाइटी ऑफ एनालिटिकल साइंटिस्ट्स (ISAS-दिल्ली चैप्टर) द्वारा आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन, 5 से 7 जून, 2024 तक देहरादून, उत्तराखंड में आयोजित किया जा रहा है।
सम्मेलन का उद्देश्य विश्लेषणात्मक वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों, शिक्षाविदों और छात्रों को विचारों का आदान-प्रदान करने और इस क्षेत्र में नवीनतम विकास पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। इसका उद्घाटन 5 जून, 2024 को लद्दाख विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसके मेहता ने किया।
तीसरी भारतीय विश्लेषणात्मक कांग्रेस 2024 का थीम “हरित संक्रमण में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका” है, जो सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालता है।
साइंटिफिक और इंडस्ट्रियल रिसर्च काउंसिल (CSIR), 1942 में स्थापित एक स्वायत्त समाज है, जो भारत में मुख्यतः सरकार द्वारा वित्त पोषित वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन है। यह यूनियन साइंस और टेक्नॉलॉजी मंत्रालय के अधीन कार्यरत है, जिसमें देशभर में 37 राष्ट्रीय प्रयोगशालाएँ, 3 इनोवेशन कॉम्प्लेक्स, 39 आउटरीच केंद्र, और 5 इकाइयाँ शामिल हैं।
विशेष रूप से, सीएसआईआर की वर्तमान नेतृत्व में नल्लाथाम्बी कलैसेल्वी, प्रतिष्ठित संगठन के महानिदेशक के रूप में नियुक्त होने वाली पहली महिला हैं।
तीसरी भारतीय विश्लेषणात्मक कांग्रेस, “हरित संक्रमण में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका” पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, सतत विकास को चलाने और पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने में विश्लेषणात्मक विज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देती है। विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को एक साथ लाकर, सम्मेलन का उद्देश्य ज्ञान विनिमय को सुविधाजनक बनाना, सहयोग को बढ़ावा देना और अभिनव समाधानों के लिए मार्ग प्रशस्त करना है।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने शून्य-कूपन बॉन्ड (Zero-Coupon Bonds) को अब ₹10,000 के…
भारत अपनी पहली ‘वन विश्वविद्यालय (Forest University)’ की स्थापना की तैयारी कर रहा है, जो…
झारखंड ने 2025–26 सत्र में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) जीतकर इतिहास रच दिया। ईशान…
संसद ने सतत उपयोग एवं उन्नयन द्वारा भारत के परिवर्तन हेतु परमाणु ऊर्जा (SHANTI) विधेयक,…
बेंगलुरु के पास स्थित बन्नेरघट्टा जैविक उद्यान (Bannerghatta Biological Park) ने संरक्षण-उन्मुख चिड़ियाघर प्रबंधन को…
ओडिशा सरकार 19–20 दिसंबर को रीजनल AI इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस की मेजबानी करेगी। यह आयोजन शासन…