2024 में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की समेकित लोकपाल योजना के तहत बैंक ग्राहकों की शिकायतों में 32.81% की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की गई, जिससे कुल शिकायतों की संख्या 9.34 लाख हो गई। यह वृद्धि बैंकिंग क्षेत्र में ग्राहक शिकायतों को लेकर बढ़ती चिंता को उजागर करती है। इन शिकायतों का मुख्य कारण सेवा में देरी, लेनदेन में त्रुटियाँ, और बैंकों द्वारा शिकायतों के समाधान में असंतोषजनक प्रदर्शन था, जो ग्राहक सेवा और शिकायत निवारण प्रणाली में सुधार की आवश्यकता को दर्शाता है।
शिकायतों में वृद्धि यह दर्शाती है कि बैंकों को अपनी ग्राहक सेवा रणनीतियों में सुधार करने की आवश्यकता है, खासकर बढ़ती डिजिटल बैंकिंग सेवाओं के मद्देनज़र। यह प्रवृत्ति इंगित करती है कि RBI के प्रयासों के बावजूद, वित्तीय क्षेत्र में ग्राहक असंतोष एक गंभीर मुद्दा बना हुआ है।
समाचार में क्यों | मुख्य बिंदु |
RBI लोकपाल योजना में 32.81% शिकायतों की वृद्धि | – 2024 में शिकायतों में 32.81% की वृद्धि हुई, कुल 9.34 लाख शिकायतें दर्ज की गईं। |
RBI के तहत योजना | – योजना का उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं से संबंधित ग्राहक शिकायतों का समाधान करना है। |
शिकायतों के सामान्य कारण | – सेवाओं में देरी, लेनदेन में त्रुटियाँ, और उचित शिकायत निवारण की कमी। |
महत्त्व | – बैंकों द्वारा ग्राहक सेवा और शिकायत निवारण तंत्र में सुधार की आवश्यकता को उजागर करता है। |
RBI के आँकड़े | – 2024 में RBI लोकपाल योजना के तहत 9.34 लाख शिकायतें दर्ज की गईं। |
बैंकिंग क्षेत्र की चिंता | – ग्राहकों, विशेष रूप से डिजिटल बैंकिंग में बढ़ती असंतोष की प्रवृत्ति। |
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