राष्ट्रीय अनुभव पुरस्कार योजना सेवानिवृत्त और सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों को उनके बहुमूल्य अनुभवों और अंतर्दृष्टि को साझा करने के लिए प्रोत्साहित करके उनके योगदान को मान्यता देती है। यह पहल भारत सरकार के मंत्रालय, लोक शिकायत और पेंशन के तहत पेंशन और पेंशनधारियों की भलाई विभाग (DoPPW) द्वारा संचालित की जाती है।
पृष्ठभूमि
- शुरुआत: मार्च 2015 में भारत के माननीय प्रधानमंत्री के निर्देशों के तहत शुरू की गई।
- प्लेटफ़ॉर्म ‘अनुभव’: यह प्लेटफ़ॉर्म सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों को उनके अनुभवों और सेवा काल के दौरान की गई महत्वपूर्ण उपलब्धियों को साझा करने का अवसर प्रदान करता है।
- संस्थागत स्मृति: यह पहल संस्थागत स्मृति बनाने में योगदान देती है, जिससे दोहराने योग्य विचारों और सुझावों का संग्रह होता है, जो भविष्य की शासन चुनौतियों में मदद कर सकता है।
- पुरस्कार: अब तक 59 अनुभव पुरस्कार और 19 जूरी प्रमाणपत्र दिए जा चुके हैं।
महत्व
- संस्थागत स्मृति: यह पहल अनुभवों और अंतर्दृष्टियों का एक संग्रह तैयार करने का उद्देश्य रखती है, जो भविष्य के शासन के लिए मूल्यवान सबक के रूप में काम आ सकती है।
- सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए प्रोत्साहन: उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देकर यह योजना सेवानिवृत्त कर्मचारियों को उनके सेवा अनुभव पर विचार करने और अपने ज्ञान को साझा करने के लिए प्रेरित करती है, जिससे सरकार के भीतर सीखने और सुधार की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है।
2025 के लिए पुरस्कार
2025 में पुरस्कार निम्नलिखित 15 श्रेणियों में योगदान को मान्यता देंगे:
- लेखा
- प्रशासनिक कार्य
- अच्छे शासन
- सरकारी प्रक्रिया का पुनः अभियांत्रिकी
- सूचना प्रौद्योगिकी
- अनुसंधान
- प्रक्रियाओं का सरलीकरण
- विफलताओं से सीखना
- सार्वजनिक संवाद
- क्षेत्र कार्य में योगदान
- व्यक्तिगत गुणों का विकास
- अनुभवों का खुलासा
- ताकत, वीरता, और साहस के उदाहरण
- रचनात्मक फीडबैक या सुझाव
- समिति द्वारा निर्धारित कोई अन्य श्रेणी
पुरस्कार श्रेणियाँ और वितरण
- पुरस्कार चयन: 5 सर्वश्रेष्ठ लेखों का चयन अनुभव पुरस्कार के लिए किया जाएगा।
- जूरी प्रमाणपत्र: अन्य उत्कृष्ट लेखों के लिए 10 जूरी प्रमाणपत्र दिए जाएंगे, ताकि व्यापक भागीदारी को प्रोत्साहित किया जा सके।
- पुरस्कार वितरण: पुरस्कार माननीय MOS (PP) द्वारा एक राष्ट्रीय कार्यक्रम में प्रदान किए जाएंगे।