महाराष्ट्र में दही हांड़ी को साहसिक खेल का दर्जा मिलेगा। यही नहीं इस खेल में भाग लेने वाले गोविंदाओं को सरकारी नौकरियां भी दी जाएंगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में घोषणा किया कि लोकप्रिय खेल दही हांडी उत्सव को सरकार ने साहसिक खेल का दर्जा देने का फैसला किया है। साथ ही दही हांड़ी उत्सव के एक दिन पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दही हांडी उत्सव में शामिल होने वाले युवक खेलकूद कोटे के अंतर्गत सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन भी कर पायेंगे।
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इस उत्सव में रस्सी के सहारे हवा में लटक रही दही से भरी मटकी को मानव पिरामिड बनाकर फोड़ा जाता है। दही हांडी उत्सव का आयोजन जन्माष्टमी के अवसर पर किया जाता है। महाराष्ट्र सरकार ने दही हांडी समारोह के तहत बनाये जाने वाले मानव पिरामिड को साहसिक खेल की पहचान देने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री मे यह भी कहा कि मानव पिरामिड बनाने के दौरान इस उत्सव में किसी प्रतिभागी की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हो जाती है तो मृतक के परिवार को 10 लाख रूपये की अनुग्रह राशि मिलेगी। वहीं गंभीर रूप से घायल होने वाले खिलाड़ी को सात लाख रूपये तथा मामूली रूप से घायल होने पर पांच लाख रूपये दिये जाएंगे।