वरिष्ठ अधिवक्ता के.के. वेणुगोपाल भारत के अटॉर्नी जनरल (Attorney General) के पद पर तीन महीने और बने रहने को लेकर सहमत हो गए हैं। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उनका मौजूदा कार्यकाल 30 जून को समाप्त होना था। सूत्रों के मुताबिक वेणुगोपाल व्यक्तिगत कारणों की वजह से इस संवैधानिक पद पर बने रहने के इच्छुक नहीं थे। लेकिन, केंद्र सरकार के अनुरोध के बाद वह तीन महीनों के लिए भारत के शीर्ष कानून अधिकारी के पद पर और बने रहने के लिए सहमत हो गए हैं।
डाउनलोड करें मई 2022 के महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तर की PDF, Download Free PDF in Hindi
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
वेणुगोपाल (91) को भारत के राष्ट्रपति द्वारा जुलाई 2017 में देश के अटॉर्नी जनरल के पद पर नियुक्त किया गया था। बाद में उन्हें इस पद पर दोबारा नियुक्त किया गया। उन्होंने मुकुल रोहतगी की जगह ली थी।
के.के. का करियर वेणुगोपाल (Career of K.K. Venugopal):
उच्चतम न्यायालय के प्रख्यात अधिवक्ता वेणुगोपाल ने बड़ी संख्या में संवैधानिक और कॉर्पोरेट कानून के महत्वपूर्ण मुद्दों से जुड़े मामलों में अपनी सेवाएं दी हैं। वह 1979 और 1980 के बीच भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल भी रहे। उन्हें 2002 में पद्म भूषण और 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है।
IBPS Clerk Notification 2022 Out For 6035 Clerk Posts
IBPS Clerk Apply Online 2022: Click Here to Apply 6035 Clerk Post