भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने चालू वित्त वर्ष अर्थात् वित्त वर्ष 2021-22 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 9.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया है. यह GDP को उस स्तर पर ले जाएगा, जो वित्त वर्ष 2020 की तुलना में थोड़ा अधिक है. बढ़ते चिकित्सा व्यय ने आय और मांग को कम कर दिया है. लेकिन रिकवरी, कार्ड पर है. वैश्विक विकास और मैक्रोइकॉनॉमिक स्थिरता व्यापार और निवेश प्रवाह का समर्थन करेगी.
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