भारतीय रेलवे के पश्चिम रेलवे जोन ने ट्रेन चालक दल और नियंत्रण केंद्र तथा स्टेशन मास्टर के बीच सीधे और निरंतर संचार की सुविधा के लिए एक मोबाइल ट्रेन रेडियो संचार (mobile train radio communication-MTRC) प्रणाली शुरू की है. प्रभावी संचार के माध्यम से, यह तकनीकी रूप से उन्नत प्रणाली ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करेगी. यह नई संचार प्रणाली पहले से ही 105 रेक में तैनात की गई है, जो चर्चगेट से विरार के बीच मुंबई के उपनगरीय खंड में परिचालन करती है.
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MTRC प्रणाली के बारे में:
- यह सिस्टम कॉल को कनेक्ट करने के लिए सबसे कम समय का उपयोग करता है अर्थात् 300 मिलीसेकंड और यह पहली बार है कि भारत में MTRC स्थापित किया गया है.
- MRTC विमान के लिए हवाई यातायात नियंत्रण (ATC) के समान कार्य करता है.
- यह प्रणाली ट्रेनों और नियंत्रण कक्ष के बीच संचार की निगरानी, ट्रैक और सहायता करेगी, जिससे रेक की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित होगी, साथ ही प्रतिकूल घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी.
- वर्तमान पारंपरिक वीएचएफ-आधारित संचार प्रणाली, जिसका नाम मोबाइल और सीयूजी है, में ट्रेन चालक दल और नियंत्रकों के बीच बातचीत को सक्षम करने की क्षमता का अभाव है. नई प्रणाली मानसून के दौरान ट्रेन संचालन के वास्तविक समय की जानकारी भी प्रदान कर सकती है.
- दो साल की वारंटी और पांच साल के वार्षिक रखरखाव शुल्क (AMC) के साथ, लगभग $ 820,000 की लागत से नई डिजिटल MTRC प्रणाली की आपूर्ति की गई है.
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- केंद्रीय रेल मंत्री: पीयूष गोयल.