गोवा के 14 वर्षीय लियोन मेंडोंका इटली में आयोजित एक टूर्नामेंट में तीसरा और आखिरी नॉर्म जीतकर भारत के 67 वें शतरंज ग्रैंडमास्टर बन गए हैं। मेंडोंका, जिन्होंने 14 साल, 9 महीने और 17 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की, तटीय राज्य से दूसरी ग्रैंडमास्टर हैं। उनसे पहले चेन्नई के खिलाड़ी जी. आकाश, जुलाई में देश के 66 वें ग्रैंडमास्टर बने थे। साथ ही वह दुनिया के 29 वें सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बन गए। गोवा के पहले ग्रैंडमास्टर इवाना मारिया फर्टाडो हैं, जिन्होंने यह उपलब्धि 2011 में हासिल की थी।
खिलाड़ी ने रिगो शतरंज जीएम राउंड रॉबिन में अपना पहला जीएम नॉर्म हासिल किया, जबकि दूसरा नवंबर में बुडापेस्ट में और इटली के वेर्गनी कप में तीसरा और आखिरी नॉर्म हासिल किया।
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वैश्विक परिदृश्य में:
- विश्व के सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बनने का रिकॉर्ड 12 साल और 7 महीने की उम्र में इस खिताब के लिए क्वालीफाई करने वाले रूस के सर्गेई कारजाकिन के नाम है, जिन्होंने 2003 में यह खिताब हासिल किया था।
- ग्रैंडमास्टर, FIDE (अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ) द्वारा प्रदान किया जाने वाला एक टाइटल है। यह एक सर्वोच्च खिलाड़ी टाइटल है जिसे शतरंज खिलाड़ी विश्व चैंपियन से अलग हासिल कर सकता है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ के अध्यक्ष: अर्कडी ड्वोर्कोविच
- अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ मुख्यालय: लॉज़ेन, स्विट्जरलैंड
- अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ की स्थापना: 20 जुलाई 1924