वर्ल्ड बैंक ने चालू वित्त वर्ष -21 में भारत की जीडीपी 9.6% तक संकुचित रहने का अनुमान लगाया है। विश्व बैंक इस गिरावट का कारण COVID-19 महामारी के चलते लगे देशव्यापी लॉकडाउन से घरों और फर्मों की आय में हुए नुकसान को बताया है। इससे पहले विश्व बैंक ने जून में भारतीय अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष में 3.2% तक की गिरावट का अनुमान जताया था।
WARRIOR 3.0 | Banking Awareness Batch for SBI, RRB, RBI and IBPS Exams | Bilingual | Live Class
विश्व बैंक ने हाल ही में अपनी “साउथ एशिया इकोनॉमिक फोकस” शीर्षक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कहा गया है कि देश की आर्थिक स्थिति पहले की तुलना में बहुत खराब है। पिछले पांच वर्षों में 6% सालाना की वृद्धि के बाद, इस रिपोर्ट ने दक्षिण एशियाई क्षेत्र में आर्थिक मंदी की तुलना में तीव्र गिरावट का अनुमान जताया, जो कि 2020 में क्षेत्रीय विकास दर 7.7% नेगेटिव रहने होने की उम्मीद है। इसके अलावा विश्व बैंक ने 2021 में क्षेत्रीय विकास दर संभलकर 4.5% रहने की संभावना जताई है।



मेटा इंडिया ने अमन जैन को सार्वजनिक नीति...
Year Ender 2025: भारत में प्रमुख संवैधान...
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने परमाणु ऊर्जा क्षे...

