भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और वीर सुरेंद्र साई प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (VSSUT) ने अंतरिक्ष अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए अपनी तरह का पहला नवाचार और इन्क्यूबेशन सेंटर, VSSUT स्पेस इनोवेशन सेंटर (VSSSIC) स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। ISRO और VSSUT हाई एंड सिमुलेशन उपकरण, स्टेटिक परीक्षण सुविधा और ठोस प्रणोदन अनुसंधान प्रयोगशाला जैसी लघु परीक्षण सुविधाएं विकसित करने के लिए सहयोग करेंगे और स्केल-डाउन मॉडल के लिए परीक्षण सुविधाओं की स्थापना करेंगे।
एमओयू की महत्वपूर्ण विशेषताएं:
- इसरो VSSUT के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए तकनीकी परामर्श सहायता और 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देगा.
- VSSSIC अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में नवीनतम वैश्विक तकनीकों का पता लगाएगा और भारत को लाभान्वित करने वाली संबंधित परियोजनाओं को लाएगा.
- इसरो को थुम्बा, श्रीहरिकोटा या बालासोर (रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के तहत रॉकेट लॉन्चिंग सुविधाओं के सीमित उपयोग में आसानी होगी.
- इन सुविधाओं में सभी प्रकार की सुरक्षा प्रणालियाँ होगी जो VSSSIC के भविष्य में लगने वाले रॉकेटों के प्रक्षेपण के लिए आवश्यक हैं।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- इसरो के अध्यक्ष: के.एस. शिवन.
- इसरो मुख्यालय: बेंगलुरु, कर्नाटक.
- VSSUT कुलपति: अटल चौधरी,
- VSSUT मुख्यालय: संबलपुर, ओडिशा.



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