खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा महाराष्ट्र के पालघर जिले में नीरा एवं ताड़गुड़ (Palmgur) का उत्पादन करने के लिए एक अनूठी परियोजना शुरू की गई है। KVIC द्वारा आरंभ की गई इस परियोजना का उद्देश्य साफ्ट ड्रिंक के विकल्प के रूप में नीरा को बढ़ावा देना तथा जनजातियों तथा पारंपरिक पाशिकों (ट्रैपर) के लिए स्व-रोजगार का सृजन करना है। महाराष्ट्र में 50 लाख से अधिक ता़ड़ के पेड़ हैं।
परियोजना के अंतर्गत, KVIC ने नीरा निकालने एवं ताड़गुड़ बनाने के लिए 200 स्थानीय कारीगरों को टूल किट वितरित की है। इस टूल किट में फूड ग्रेड स्टेनलेस स्टील कढ़ाई, परफोरेटेड मोल्ड्स, कैंटीन बर्नर्स एवं चाकू, रस्सी तथा नीरा निकालने के लिए कुल्हाड़ी जैसे अन्य उपकरण शामिल हैं।
नीरा सूर्योदय से पहले ताड़ पेड़ से निकाली जाती है और भारत के कई राज्यों में एक पोषक स्वास्थ्य पेय के रूप में पी जाती है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष: विनय सक्सेना.
- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री: उद्धव ठाकरे; राज्यपाल: भगत सिंह कोश्यारी.