पूर्वी आंचलिक परिषद की 24 वीं बैठक ओडिशा के भुवनेश्वर में आयोजित की जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पूर्वी आंचलिक परिषद की बैठक की अध्यक्षता कर रहे है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक इस बैठक के उपाध्यक्ष और मेजबान है। बैठक में बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्य शामिल हैं। भाग लेने वाले राज्य बिजली ट्रांसमिशन लाइनों, जघन्य अपराधों की जांच, अंतर-राज्यीय जल मुद्दों, पेट्रोलियम परियोजनाओं सहित विभिन्न अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे। बैठक में सर्वसम्मति से इन मुद्दों के समाधान खोजे जाने की उम्मीद है।
पूर्वी आंचलिक परिषद की 23 वीं बैठक पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आयोजित की गई थी।
बैठक की पृष्ठभूमि:
राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 की धारा 15-22 के तहत, वर्ष 1957 में पांच आंचलिक परिषदें गठित की गईं थी। केंद्रीय गृहमंत्री इन पाँचों आंचलिक परिषदों के अध्यक्ष और मेजबान राज्य का मुख्यमंत्री इसका उपाध्यक्ष होता है। आंचलिक परिषद केंद्र और राज्यों से संबंधित मुद्दों को उठाती है, और सदस्य-राज्यों के बीच जोन में आते हैं। इस प्रकार यह परिषद सदस्य राज्यों के बीच पैदा हुए विवादों और अड़चनों को सुलझाने के लिए एक मंच प्रदान करती हैं।
आंचलिक परिषद में सीमा संबंधी विवादों, सुरक्षा और बुनियादी ढांचे से संबंधित मुद्दे जैसे – सड़क, परिवहन, उद्योग, जल और बिजली आदि, वन और पर्यावरण, आवास, शिक्षा, खाद्य सुरक्षा, पर्यटन, परिवहन, आदि से संबंधित मामलों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया जाता हैं।
उपरोक्त समाचार से सभी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- ओडिशा के मुख्यमंत्री: नवीन पटनायक; राज्यपाल: गणेशी लाल.