शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैय्या नायडू ने नई दिल्ली में इंडोसेन सम्मेलन (इंडिया सैनिटेशन कॉंफ्रेंस) के दौरान, कायाकल्प और शहरी परिवर्तन अटल मिशन (अमृत) के अंतर्गत वर्ष 2015-16 में शहरी सुधार को प्रोत्साहित करने के कार्य प्रदर्शन में, 19 राज्यों तथा केन्द्रशासित क्षेत्र चंडीगढ को आज पुरस्कृत किया. शहरी विकास प्रदर्शन के कार्य में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों की सूची में तमिलनाडु और केन्द्रशासित क्षेत्रों में चंडीगढ शीर्ष पर रहा.
वर्ष 2015-16 में कार्य फोकस ई-गर्वनेंस, डबल एन्ट्री, लेखा, यूजर्स शुल्क और पालिका करों की उगाही, जल और ऊर्जा लेखा, एकल खिड़की मंजूरी पर रहा जबकि वर्ष 2016-17 में फोकस 53 मिलियन और उससे अधिक की आबादी वाले सभी 53 शहरों में भवन अनुमति की ऑनलाइन व्यवस्था पुराने पम्प सेटों को बदलकर ऊर्जा सक्षम पम्प सेट लगाना, शोधित जल का पुनः उपयोग तथा शहरी बाढ़ प्रबंधन की योजना पर होगा.
वर्ष 2015-16 में सुधार प्रोत्साहन के लिए 400 करोड़ रुपए का प्रावधान था. 23 राज्यों/केन्द्रशासित क्षेत्रों ने शहरी विकास मंत्रालय में आवेदन किया. राज्यों/केन्द्रशासित क्षेत्र के दावों की जांच के बाद 70 अंक प्राप्त करने वाले राज्यों को सुधार प्रोत्साहन देने के लिए चुना गया था. इसमें हरियाणा, जम्मू और कश्मीर, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह सफल नहीं हो पाए.
अब इस समाचार से संबंधित कुछ प्रश्नों की बात करते हैं :
1. अमृत मिशन का विस्तृत अर्थ बताइए ?
2. अमृत के अंतर्गत वर्ष 2015-16 में शहरी सुधार प्रोत्साहन में कौन सा राज्य एवं केन्द्रशासित प्रदेश क्रमशः शीर्ष पर रहा ?
3. अमृत मिशन में सुधर प्रोत्साहन हेतु वर्ष 2015-16 में सुधार प्रोत्साहन के लिए बजट का प्रावधान था ?
स्रोत – pib.nic.in