भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को तेजी से ट्रैक करने और देश के परमाणु उद्योग को बढ़ावा देने के एक महत्वपूर्ण निर्णय में, प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत के स्वदेशी प्रेशरिज्ड हेवी वॉटर रिएक्टरों (PHWR) की 10 इकाइयों के निर्माण को अपनी मंजूरी दे दी है.
प्लांट्स की कुल स्थापित क्षमता 7000 मेगावाट होगी. 10 पीएचडब्लूआर परियोजना परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता का एक महत्वपूर्ण संवर्धन होगा. भारत में वर्तमान में 22 परिचालन संयंत्रों से 6780 मेगावाट की अणु ऊर्जा क्षमता विद्यमान है. 6700 मेगावाट परमाणु ऊर्जा इस परियोजना के तहत 2021-22 तक प्रोजेक्ट्स के जरिए आने की उम्मीद है.
यह परियोजनाओं प्रमुख “मेक इन इंडिया” के अंतर्गत है. यह सतत विकास, ऊर्जा आत्मनिर्भरता और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए वैश्विक प्रयासों को मजबूत करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता का भी समर्थन करता है.
एसबीआई पीओ मेन परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से महत्वपूर्ण तथ्य–
- पीयूष गोयल भारत सरकार में बिजली, कोयला, नवीकरणीय ऊर्जा और खानों के लिए स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री है.
- तारापुर परमाणु ऊर्जा स्टेशन (टीएपीएस) भारत में पहला परमाणु ऊर्जा संयंत्र था.
स्त्रोत- प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB)



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